दिल्ली के नेहरू प्लेस में एक साधारण दही-भल्ला ठेले से शुरुआत कर, मुकेश शर्मा (शर्मा जी) ने कैसे करोड़ों की कमाई और प्रतिष्ठा हासिल की—यह कहानी अविश्वसनीय है।
🏆 सफलता की शुरुआत
- शर्मा जी ने 1989 में मात्र ₹2 प्रति प्लेट दही-भल्ले की बिक्री से शुरुआत की ।
- उनकी खास मसाला रेसिपी और सहज स्वभाव ने इसे बेहद लोकप्रिय बना दिया ।
🚗 BMW और चाट का अनूठा मेल
- आज भी शर्मा जी BMW से सामग्री लाते हैं, उसे खुद ही लादते और फोल्डेबल टेबल पर स्टॉल सेट करते हैं ।
- एक प्लेट दही-भल्ला की कीमत अब ₹40 है, लेकिन स्वाद और गुणवत्ता में कोई दिक्कत नहीं आई ।
💸 करोड़पति चाटवाले का सफर
- मीडिया रिपोर्ट्स में उन्हें “Crorepati Dahi Bhalle Wala” और “Crorepati Chaatwala” के नाम से पुकारा जाता है ।
- “लक्ष्यों का शौक नहीं, मेहनत की आदत” उनका फ़र्माना रहा है, और यही वजह है उनकी उस सफलता की ।
💡 उनकी खासियत क्या है?
- हाइजीन— बर्फ और ताज़ा दही, हाथ से मिक्स मसाले, साफ व्यवस्था ।
📋
जानकारी | विवरण |
---|---|
नाम | मुकेश कुमार शर्मा (शर्मा जी) |
शुरुआत | 1989 में दिल्ली नेहरू प्लेस में |
शुरुआती कीमत | ₹2 प्रति प्लेट |
वर्तमान कीमत | ₹40 प्रति प्लेट |
प्रसिद्धि | “Crorepati Dahi Bhalle Wala” |
लक्ज़री रोह | BMW में सामग्री लाना |
मुकेश शर्मा की कहानी “फर्श से अर्श तक” का जीता-जागता उदाहरण है—जहाँ एक साधारण स्ट्रीट फूड ठेले से करोड़पति बनने तक का सफर उनकी मेहनत और जुनून की मिसाल है। यह साबित करता है कि नोकरी नहीं, जुनून में स्थिरता ही असली सफलता लाती है।